शहरी लोगो को छत पर खेती के लिए सरकार दे रही बंपर सब्सिडी, इन तरीको से कमाये मुनाफा

आजकल खेती करने की ऐसी नई-नई तकनीकें सामने आई हैं जिनके कारण किसानों को अधिक कमाई करने में भी मदद हो रही हैं। वैसे छतों पर लोग बागवानी तो पहले से ही करते आ रहे है लेकिन अब छतो पर खेती करने की प्रथा अधिक लोकप्रिय हो गई है। छत पर इस प्रकार की खेती को सरकार द्वारा बढ़ावा भी दिया जाता है। अब शहरो में जो लोग अपने घर की छतो पर खेती करना चाहते है उनके लिए सरकार का ये कदम वरदान साबित हुआ है। जिन लोगो को खेती करने का शौक है लेकिन उनके पास आवश्यक रकबे की कमी है, तो वह अपनी छत का उपयोग कर ये शौक पूरा कर सके है।

छत बागवानी योजना के तहत बिहार सरकार ₹50,000 की इकाई लागत पर 50 प्रतिशत सब्सिडी दे रही है। गणना की जाए तो इस योजना के लिए आवेदन करने वाले को 25 हजार रुपये दिए जाएंगे। इस योजना के तहत पटना के शहरी क्षेत्र के लोगों को प्राथमिकता दी जाएगी. इच्छुक लोग बिहार बागवानी विभाग की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर इस योजना के लिए आवेदन कर सकते हैं। इस योजना के लिए आवेदन 26 अक्टूबर से शुरू हो गए हैं।

इस प्रकार छत पर खेती करें

बता दें कि शहरी निवासी अपनी छतों पर सब्जियां उगाकर मोटी कमाई कर सकते हैं। छत पर हरी मिर्च, आलू, पालक, टमाटर, तुरई ,पुदीना, करेला और भिंडी जैसी हरी सब्जियाँ उगाना आसान है। इन सब्जियों को दो अलग-अलग तरीकों से छतों पर उगाया जा सकता है। पहले तरीके में, जो कि जैविक है, सब्जियों को ट्रे, बोरे, और गमलों में मिट्टी में बोया जाता है। इसकी वृद्धि के लिए जैविक खाद के उपयोग की आवश्यकता होती है।

दूसरा तरीका है हाइड्रोपोनिक तकनीक, इस तरीके से भी छतों पर सब्जियां उगाई जा सकती हैं. इस तकनीक की खासियत है कि इसमें पौधों को लगाने के लिए मिट्टी की आवश्यकता ही नहीं पड़ती. इसमें पानी की सहायता से फल और सब्जियां उगाई जाती हैं. इसके अलावा जलवायु नियंत्रण की जरूरत नहीं होती है. हाइड्रोपोनिक खेती करने के लिए करीब 15 से 30 डिग्री तापमान की आवश्यकता होती है. इसमें 80 से 85 प्रतिशत आर्द्रता वाली जलवायु में इसकी खेती सफलतापूर्वक की जा सकती है।

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